वृन्दावन सो वन नहीं
वृन्दावन सो वन नहीं,नंदगांव सो गांव! बंशीवट सो वट नहीं,कृष्ण नाम सो नाम राधा मेरी स्वामिनी,मैं राधे को दास। जनम
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Read moreभगवान श्री गणेशजी की आरती जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा। माता जाकी पार्वती पिता महादेवा ॥ जय…॥ एकदंत,
Read moreश्री शनि चालीसा (Shri Shani Chalisa) ॥दोहा॥ जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल करण कृपाल। दीनन के दुख दूर करि, कीजै
Read moreआरती श्री अम्बा जी जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी। तुमको निशिदिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिवरी॥ जय अम्बे गौरी
Read moreहनुमान चालिसा कवि तुलसीदास द्वारा रचित है जो भगवान राम के परम भक्त भी थे। इसमें 40 काव्य छंद हैं, इसलिए
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